बिहार विधानसभा उपचुनाव 2024 में इमामगंज विधानसभा क्षेत्र ने राज्य की राजनीति में एक नई कहानी लिखी। यहां परंपरागत राजनीतिक दलों के बीच मुकाबला हमेशा कड़ा रहता है, लेकिन इस बार जन सुराज पार्टी ने अपने उम्मीदवार जितेंद्र पासवान के जरिए प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कुल 37,103 वोट (22.63%) प्राप्त किए, जो जन सुराज पार्टी के लिए एक मजबूत शुरुआत है।
विस्तृत आँकड़े:
स्थान | उम्मीदवार | पार्टी | कुल वोट | प्रतिशत (%) |
1 | दीपा कुमारी | हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) | 53,435 | 32.59% |
2 | रोशन कुमार | राष्ट्रीय जनता दल | 47,490 | 28.96% |
3 | जितेंद्र पासवान | जन सुराज पार्टी | 37,103 | 22.63% |
4 | कंचन पासवान | AIMIM | 7,493 | 4.57% |
5 | अन्य उम्मीदवार | विभिन्न | 11,219 | 6.84% |
6 | NOTA | None of the Above | 4,222 | 2.57% |
पहले ही चुनाव में 37,103 वोट (22.63%) हासिल करना यह दिखाता है कि जनता नए राजनीतिक विकल्पों के लिए तैयार है।
पासवान का प्रदर्शन AIMIM और अन्य स्वतंत्र उम्मीदवारों से कई गुना बेहतर रहा।
तीसरे स्थान पर प्रभावी उपस्थिति:
इमामगंज सीट पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की दीपा कुमारी ने जीत हासिल की, और राजद दूसरे स्थान पर रहा।
जितेंद्र पासवान ने तीसरा स्थान हासिल कर यह संकेत दिया कि जन सुराज पार्टी क्षेत्रीय राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है।
स्थानीय मुद्दों पर जोर:
जन सुराज पार्टी ने शिक्षा, बेरोजगारी, और दलित-आदिवासी समुदायों के अधिकारों पर विशेष ध्यान दिया।
जन सुराज पार्टी की दिशा:
संगठन विस्तार:
इस प्रदर्शन से स्पष्ट है कि जनता पारंपरिक राजनीति से हटकर नई सोच को अपना रही है।
नीतिगत सुधार और प्रचार:
बेहतर संगठन और निरंतर स्थानीय कामों के जरिए जन सुराज पार्टी आगामी चुनावों में और बेहतर कर सकती है।
निष्कर्ष:
इमामगंज में जितेंद्र पासवान का प्रदर्शन यह दिखाता है कि जन सुराज पार्टी राज्य की राजनीति में एक नए विकल्प के रूप में उभर रही है। सही रणनीति और स्थानीय कार्यों पर ध्यान देकर, यह पार्टी बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है। यह शुरुआत पार्टी के लिए एक उत्साहजनक संकेत है।